बनारस न्यूज डेस्क: जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन के हालिया चुनाव में लेफ्ट संगठनों ने एक बार फिर जीत का परचम लहराया है। प्रेसिडेंट, वाइस प्रेसिडेंट, जनरल सेक्रेटरी और ज्वॉइंट सेक्रेटरी के सभी पदों पर लेफ्ट काबिज हो गया। खासतौर पर प्रेसिडेंट पद पर AISA की अदिति मिश्रा ने जीत दर्ज की, जिन्होंने ABVP के विकास पटेल को 414 वोटों के अंतर से हराया। अदिति को कुल 1,861 वोट मिले, जबकि विकास पटेल 1,447 मत ही हासिल कर पाए।
वाराणसी की रहने वाली अदिति मिश्रा ने अपने स्कूलिंग के दिनों से ही सक्रियता दिखाई। 2017 में बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में छात्राओं की कर्फ्यू टाइमिंग के खिलाफ उठी आवाज में उन्होंने भाग लिया और पितृसत्तात्मक नियमों के खिलाफ मुखर रही। 2018 में पुडुचेरी यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेने के बाद उन्होंने वहां विश्वविद्यालय के कथित भगवाकरण का विरोध किया और वाइस चांसलर के दफ्तर का घेराव किया।
2019 में पुडुचेरी यूनिवर्सिटी की ट्यूशन फीस बढ़ोतरी के विरोध में अदिति ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया और अन्य एंटी-सीएए विरोध प्रदर्शनों में भी एकजुटता दिखाई। उनका संघर्ष छात्रों के अधिकारों और सामाजिक न्याय के लिए लगातार जारी रहा।
पीएचडी के दूसरे साल में जेएनयू की स्टूडेंट बॉडी में इंटरनल कमिटी का प्रतिनिधि चुने जाने के बाद अदिति स्टूडेंट्स के बीच लोकप्रिय होती गईं। इस साल के जेएनयूएसयू चुनाव में लेफ्ट यूनिटी पैनल से AISA एक्टिविस्ट के रूप में अध्यक्ष पद पर चुनाव जीतकर उन्होंने अपनी राजनीति में जेंडर जस्टिस और स्टूडेंट्स के अधिकारों के प्रति प्रतिबद्धता साबित की।